वैदिक धर्मी वाक्य
उच्चारण: [ vaidik dhermi ]
उदाहरण वाक्य
- वैदिक धर्मी बुद्ध-दर्शन को नास्तिक दर्शन मानते थे।
- आर्य या वैदिक धर्मी कोई जन्म से नहीं होता, कर्म से होता है.
- महर्षि दयानंद ने अपने एक उपदेश में कहा था कि ' लोग अपने को हिंदू न कहकर आर्य और वैदिक धर्मी कहें।
- ” [यजुर्वेद अध्याय 29, मंत्र 39] यहाँ तो वैदिक धर्मी सारी प्रथिवि को शास्त्रों से जीतने का सपना देख रहे हैं।
- मैंने इस उत्तर में वेदों के भी स्पष्ट उदाहरण देकर यह बता दिया है की वैदिक धर्मी बनने का निमंत्रण मुझे क्यों स्वीकार नहीं है।
- मैंने इस उत्तर में वेदों के भी स्पष्ट उदाहरण देकर यह बता दिया है की वैदिक धर्मी बनने का निमंत्रण मुझे क्यों स्वीकार नहीं है।
- उनसे प्रेरणा पाकर मेघराज जी ने स्वामी दयानंद के ग्रंथों का स्वाध्याय किया और सैद्धांतिक रूप से अपने को समृद्ध कर आप सच्चे आर्य और वैदिक धर्मी बन गए.
- जैसे हम लोग जो शस्त्र-अस्त्र वैरी की कामनाओं को नष्ट करता है, उस धनुष आदि शस्त्र-अस्त्र विशेष से प्रथिवियों को और उक्त शस्त्र विशेष से संग्राम को जीते...” [यजुर्वेद अध्याय 29, मंत्र 39] यहाँ तो वैदिक धर्मी सारी प्रथिवि को शास्त्रों से जीतने का सपना देख रहे हैं।
- अपने-आपको हिंदू लिखना और कहना हमारी मजबूरी है क्यों कि सरकारी दस्तावेजों में कहीं हिंदू के अलावा और कोई विकल्प नहीं है तो मजबूरन हमें हिंदू लिखना पड़ता है जैसे जनगणना के दस्तावेज में न चाहते हुए भी हिंदू लिखवाना मजबूरी है, हम चाह कर भी अपने आप को वैदिक धर्मी नहीं कह सकते, पर हिंदू कहने पर गर्व करना? यह कैसी मजबूरी? ये कैसी मूर्खता? आइये! ऊपर के प्रश्नों के उत्तर खोजे |
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